Top 20 Dard bhara Shayari collection for Him or Her
यहाँ एक दर्द भरी शायरी का संकलन प्रस्तुत है, जिसमें जुदाई, तन्हाई, बेवफ़ाई, और अधूरी मोहब्बत के एहसास को शब्दों में पिरोया गया है।
दर्द भरी शायरी का सफर
1. तन्हाई का आलम
तन्हाई में बैठे तो अहसास हुआ,
जो अपना था वो कितना ख़ास हुआ।
छोड़ गया वो अकेला मझधार में,
अब दिल भी खुद से उदास हुआ।
2. बेवफ़ाई की चुभन
तेरी बातों में वो मिठास नहीं,
तेरी आँखों में अब प्यास नहीं।
मैंने चाहा था तुझे जान से भी ज़्यादा,
पर तुझे मेरी कोई आस नहीं।
3. अधूरी मोहब्बत
मोहब्बत अधूरी रह जाए तो दर्द बढ़ जाता है,
हर लम्हा नाम तेरा जुबां पर आ जाता है।
कहने को कुछ भी नहीं बचा अब,
पर दिल में तू हर सांस के साथ रहता है।
4. जुदाई का ग़म
तेरी जुदाई में ये हाल कर लिया,
रोते-रोते खुद को बेहाल कर लिया।
तेरे बिना जीने की आदत ना थी,
अब दर्द को ही अपनी जिंदगी बना लिया।
5. दर्द-ए-दिल
दिल का दर्द जुबां से कह नहीं सकते,
तू भी अपना था, ये अब सह नहीं सकते।
तेरी खुशी के लिए तुझे छोड़ दिया,
पर इस दर्द को अब और सह नहीं सकते।
6. यादों की आंधी
रातों को जगते हैं तेरी यादों में,
आँखें नम रहती हैं फरियादों में।
कहने को बहुत कुछ है तुझसे,
पर दिल डूब जाता है तूफानों में।
7. अश्कों की बरसात
बरसात की बूंदों में तेरा ही चेहरा दिखता है,
हर आहट में तेरा साया झलकता है।
तूने भुला दिया मुझको एक पल में,
पर मेरा हर लम्हा तुझे ही याद करता है।
8. धोखे की रात
तूने जो किया वो प्यार नहीं था,
वो मेरी मासूम मोहब्बत की हार नहीं था।
तूने साथ छोड़ा ये किस्मत थी मेरी,
पर ये दर्द भी मेरी हार नहीं था।
9. मोहब्बत की खता
खता थी मेरी जो तुझसे दिल लगा बैठा,
तेरी झूठी कसमों पर ऐतबार कर बैठा।
अब इस दिल को समझाऊँ कैसे,
जो तुझे देखे बिना बेचैन सा रहता।
10. सिसकियों का सिलसिला
हर आहट पर अब तेरा नाम लेते हैं,
तेरी यादों में दिन-रात जलते हैं।
तू छोड़ गया अपने हाल पर मुझे,
पर हम तेरा नाम लेकर ही जीते हैं।
11. तेरा इंतजार
वो लम्हा आखिरी था जब तुझे देखा था,
उसके बाद हर पल तेरा इंतजार किया था।
अब सोचते हैं कि तू लौट आएगा,
पर तक़दीर ने ये हक़ भी हमसे छीन लिया था।
12. टूटा हुआ सपना
जो ख्वाब आँखों में सजाया था,
तेरी हंसी का जो चिराग जलाया था।
वो एक झटके में बुझ गया,
जब तूने किसी और को अपनाया था।
13. बेबस मोहब्बत
हमने चाहा था तुझसे दूर न हों,
तेरी बाहों के साए से बाहर न हों।
पर तक़दीर को कुछ और ही मंजूर था,
तू मेरा होकर भी कभी मेरा न था।
14. अलविदा का दर्द
तेरी जुदाई ने ऐसा हाल कर दिया,
रोते-रोते खुद को बेहाल कर दिया।
अब न तेरा कोई सहारा चाहिए,
बस इस दर्द को ही अपना नसीब कर लिया।
15. टूटा हुआ दिल
दिल टूटने की आवाज़ कौन सुनता है,
हर कोई सिर्फ अपनी मोहब्बत चुनता है।
हमने तुझे चाहा था जान से भी ज्यादा,
पर तेरा दिल किसी और के लिए धड़कता है।
16. मजबूरी का इकरार
चाहा था तुझसे दूर न हों,
तेरी आँखों से जुदा न हों।
पर प्यार में भी कैसी मजबूरियाँ आईं,
तेरी कसम खाकर तुझसे दूर हुए।
17. दर्द की सजा
मोहब्बत का दर्द कुछ ऐसा होता है,
हर लफ्ज़ एक सज़ा जैसा होता है।
हमने चाहा तुझे अपनी जान से भी ज्यादा,
पर तेरा दिल किसी और का होता है।
18. बिखरी हुई ख्वाहिशें
तू मेरा था, ये मेरा भ्रम था,
तेरी हंसी में भी एक ग़म था।
हमने सोचा तू भी तड़पेगा मेरे लिए,
पर तूने हमें याद भी नहीं किया।
19. ख़ामोशी की सज़ा
तेरी यादों का ज़हर पीते-पीते,
हमने ज़िंदगी को तन्हा जी लिया।
अब किसी से कोई शिकायत नहीं,
बस ख़ुद को ही सज़ा दे दी।
20. आख़िरी दर्द
अब न कोई आह निकलेगी,
न कोई आस बचेगी।
तेरी जुदाई का ग़म इतना गहरा है,
कि अब इस दिल में कोई चाहत ही नहीं बचेगी।
निष्कर्ष
दर्द भरी शायरी केवल शब्द नहीं होती, यह उन जज़्बातों की आवाज़ होती है, जो दिल की गहराइयों में दबी रहती हैं। जब कोई अपना हमें छोड़ जाता है, तब दिल की तन्हाई ही हमारी सबसे बड़ी साथी बन जाती है। यह शायरियाँ उन सभी के लिए हैं, जिन्होंने मोहब्बत में दर्द सहा है और अपनी तन्हाइयों में अपनी तक़दीर को कोसा है।
अगर आपको यह शायरी पसंद आई तो इसे अपने जज़्बातों का सहारा बनाइए और अपनी मोहब्बत को महसूस कीजिए, भले ही वह दूर हो या पास। 💔